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Friday, January 13, 2023

विंडोज 10 के 7 बेहतरीन टिप्‍स और ट्रिक्‍स

क्या आप विंडो 10 का इस्‍तेमाल कर रहे हैं तो आज आपको सत्यम सर बताएँगे सात  ऐसी विंडो ट्रिक्स जिससे आप अपने काम को बना सकते है बहुत ही सरल और आसान. एक बात और अगर आपको पोस्ट अच्छी लगे तो दोस्तों को यह ब्लॉग शेयर जरुर करे. चलिए शुरू करते है ----

1- How to Screen Record in Windows 10

क्या आप जानते हो  विंडोज 10 और विंडोज 11 में Inbuilt Screen Recorder होता है मतलब अलग से किसी भी स्क्रीन रिकॉर्डर की जरुरत नही यह आपके विंडो में पहले से होता है, आखिर इस Screen Recorder को चलाते कैसे हैं चलिए जानते हैं - 
जैसे अगर आपको पॉवर पॉइंट एप्लीकेशन को चलाते समय उसकी रिकॉर्डिंग करनी है तब सबसे पॉवरपॉइंट  को ओपन करें उसके बाद  Windows+Alt+R को प्रेस करें. अब आपकी स्‍क्रीन की रिकॉर्डिंग शुरू हो चुकी होगी अब आप जो भी काम करेंगे वो रिकॉर्ड होने लग जाएंगा अब जो स्‍क्रीन रिकॉर्ड हुई हैं वों कहीं न कहीं जरूर सेव होती है अब इस स्‍क्रीन रिकॉर्डिंग को रोकने के लिए आप Windows+Alt+R को फिर से प्रेस करें इससे पुरानी रिकॉर्डिंग रूक जाएंगी और नई रिकॉर्डिंग स्‍टार्ट हो जाएंगी और एप्‍लीकेशन को जैसे ही बंद किया जाएंगा वैसे ही रिकॉर्डिंग अपने आप बंद हो जाएंगी .
जो स्‍क्रीन रिकॉर्ड हुई हैं उसे ढूढने के लिए आपको Windows+G को एक साथ प्रेस करना होगा इससे विंडोज का Gaming Bar ओपन हो जाएंगा इसमें आपको बहुत सारे ऑप्‍शन दिखाई देते हैं इसमें आपको Capture का ऑप्‍शन भी मिलता है इसमें आप Show All Captures पर जैसे ही क्लिक करेंगे तो आपको वह सभी रिकॉर्डिंग मिल जाएंगी जो आपने रिकॉर्ड की है .

2- How Voice Typing in Windows 10

क्‍या आप चाहते है की हमे कीबोर्ड का यूज़ न करना पड़े और खुद व खुद मैटर लिख जाए यह तब जरुरी होता है जब फाइल बहुत बड़ी है और कम समय में लिखना है, तब आप विंडोज में भी बोलकर टाइप कर सकते हैं
इसके लिए आपको सबसे पहले एम एस वर्ड को ओपन करना होगा, उसके बाद आप Windows+H को एक साथ प्रेस करें इससे आपको एक छोटा सा बार दिखाई देगा उसमें आपको एक Mike का आइकन दिखाई देगा उस पर आप क्लिक करें और बोलकर टाइप करें .
3- How to Zoom and Magnify Desktop Apps in Windows 10
वीडियो को शूट करते समय अक्‍सर आपको कई बार जूम करना पडता है इसको करने के लिए सबसे पहले आपको रिकॉर्डिंग को ऑन करना होगा रिकॉर्डिंग को कैसे ऑन करते हैं उसके बारे में ऊपर बताया गया है इसके बाद आपको Windows+Plus को एक साथ प्रेस करना होगा इससे वो हिस्‍से जूम होने लग जाएंगे जो आपको स्‍क्रीन की रिकॉर्डिंग में दिखाने हैं, आपको जूम इन करने के लिए Windows+Plus प्रेस करना होगा और जूम आउट करने के लिए Windows+Minus को प्रेस करना होगा

4- How to Take A Screenshot On Window 10

यदि आपको स्‍क्रीन को कैप्‍चर करने की जरूरत पडती है और आप स्‍क्रीन को रिकॉर्ड करने के लिए PrintScreen का इस्‍तेमाल करते हैं अब आप ऐसा न करें बस यह  ट्रिक अजमाए:-  विंडोज 10 में और विंडोज 11 में आपको Windows+Shift+S को एक साथ प्रेस करना होगा इससे आपके सामने कैप्‍चर बार ओपन हो जाएंगा, इसमें स्‍क्रीन को कैप्‍चर करने के अलग-अलग ऑप्‍शन दिए गए हैं, आपको जिस जगह का स्‍क्रीनशॉर्ट लेना है उस जगह को सलेक्‍ट करें और छोड दें इसके बाद आपको Snip Saved to Clipboard का ऑप्‍शन मिलेगा उस पर क्लिक करें इससे आपके सामने एक विंडो आ जाएंगी उसमें आपको Save करने का ऑप्‍शन मिलेगा आपको Copy करने का ऑप्‍शन मिलेगा इसमें आपको एडिटिंग के ऑप्‍शन भी मिलते हैं जिनके जरिए आप एडिटिंग भी कर सकते हैं इसमें आपको प्रिंट और शेयर करने के ऑप्‍शन भी मिलते हैं आप उनका इस्‍तेमाल कर सकते हैं

5- How To Open Windows Explorer Shortcut

अक्‍सर विंडोज में काम करते वक्‍त Explorer को ओपन करने की जरूरत होती है तो आप Windows+E को प्रेस करें इससे विंडोज का Explorer ओपन हो जाएंगा यहां से आप किसी भी ड्राइव में जा सकते हैं.

6- How To Open Windows Settings

अगर आप कंप्‍यूटर में काम करते समय  विंडोज की सेटिंग को ओपन करना चाहते हैं तो आप Windows+I को प्रेस करें इससे विंडोज की सेटिंग ओपन हो जाएंगी इसमें आपको और भी ऑप्‍शन मिलते हैं आप उनका इस्‍तेमाल कर सकते हैं

7. How To Quickly Lock Windows

यदि आप ऑफिस में काम कर रहे हैं और अचानक आपको Emergency  कहीं बाहर जाना है और आप चाहते हैं कि आपके सिस्‍टम से आपके जाने के बाद कोई भी छेड़छाड़ न करें तो इसके लिए आप अपने  सिस्‍टम को Lock कर सकते है  इसके लिए आप Windows+L को प्रेस करें इससे आपका सिस्‍टम Lock हो जाएंगा और कोई भी व्‍यक्ति बिना पासवर्ड डालें आपके सिस्‍टम की फाइलों को नहीं देख पायेगा .

                                             !!उम्मीद करते है आपको यह पोस्ट पसंद आएगी!! 
                                                           @Computerwithsatyamsir

How to Use Keyboard as a Mouse (In Windows 7)
की-बोर्ड को बनायें माउस 

दोस्तों अगर आपका माउस खराब हो गया है, और आपके पास दूसरा माउस नही है और बहुत ही आवश्यक वर्क करना है तो आप विंडोज 7 के mouse keys आप्शन काे यूज कर सकते हैं, एक प्रकार का ग्राफिकल यूजर इंटरफेस है, इसे की-बोर्ड शार्टकट की मदद से चलाया जाता है, और आप आसानी से अपने कीबोर्ड को मौसे बना कर बिना माउस के काम कर सकते हैं, यह कैसे करते है चलिए जानते हैं - 

Activate Your mouse keys
माउस कीज को एक्टिव करने के दो तरीके हैं -
  1. पहला तरीका, कीबोर्ड से Alt + Shift + Num Lock इन तीनो बटनों को एक साथ दबाईये .
  2. दूसरा तरीका, Control Panel को open कीजिये, Ease of Access Center या Accessibility Options को open कीजिये, यहॉ Make the mouse easier to use पर Click कीजिये, Control the mouse with the keyboard पर जाईये और turn on mouse key पर check लगाईये फिर Apply पर click कीजिये।

Mouse keys keyboard shortcut 

अब माउस कीज एक्टिवेट होने के बाद आप की-बोर्ड को माउस की तरह इस्तेमाल करने के लिये, की-बोर्ड के न्यूमेरिक कीपैड से कुछ शार्टकट का प्रयोग करें -

For click:-
आप किसी भी File पर क्लिक करने के लिये कीबोर्ड के न्यूमेरिक कीपैड से 5 Number Key को प्रेस करें।

For left click:-
Left click करने के लिये कीबोर्ड के न्यूमेरिक कीपैड से Minus sign (-) को प्रेस करें।

For right click and double click:-
Right click और डबल क्लिक करने के लिये कीबोर्ड के न्यूमेरिक कीपैड से Plus sign (+) को प्रेस करें।

For drag mouse pointer:-
माउस पांइटर को ड्रेग करने के लिये यानि स्क्रीन पर चलाने के लिये आप कीबोर्ड के न्यूमेरिक कीपैड के 9, 8, 7, 6, 4, 3, 2, 1 बटन प्रेस सकते हैं। 

For turn off/disable mouse keys:-

माउस की को ऑफ करने के लिये की-बोर्ड से केवल Alt + Shift + Num Lock यह तीनों बटनों को फिर से एक साथ प्रेस कीजिये।

                       
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Saturday, January 07, 2023

IOT Important Point For O level Exam

                                    M4R5 IOT

• IOT का पूरा नाम क्या है – इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (Internet Of Things)
• IOT में थिंग्स का क्या मतलब किससे है – बस्तुओं से (वह सभी बस्तुये जो ऑन और ऑफ टेक्निक का प्रयोग करती है.
• इन्टरनेट को क्लाउड भी कहा जाता है – सत्य
• IOT क्या है – नेटवर्क और सेंसर से जुडी हुई बस्तुये.
• आई ओ टी की खोज किसने की – केविन आस्थन ने 1999 में
• IOT उपकरण डेटा को कलेक्ट करने व शेयर करने के लिए किसका उपयोग करते है – इन्टरनेट का
• IOT में किसका होना अनिवार्य है – माइक्रो कंट्रोलर
• IOT में किस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है- वायरलेस तकनीक का
• क्या इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स पूरी तरह से सेफ है – नहीं
• IOT के प्लेटफॉर्म कौन से है – AWS, माइक्रोसॉफ्ट अजुरे, सेल्सफ़ोर्स, आदि.
• IOT के फंडामेंटल कॉम्पोनेन्ट कौन से है – सेंसर, कनेक्टिविटी, डाटा प्रोसेसिंग और यूजर इंटरफ़ेस.
• IOT में वायरलेस कनेक्शन के लिए किस लेयर का प्रयोग किया जाता है – डाटा link लेयर
• IOT में पुश बटन क्या है – डिजिटल सेंसर
• IOT में किस लाइट सेंसर किस प्रकार का सेंसर है – एनालॉग सेंसर
•भौतिक दुनिया से डाटा को कैप्चर करने के लिए किस प्रकार की डिवाइस का प्रयोग किया जाता है – IOT डिवाइस का
•    Arduino Programming में सिंगल line कमेंट के लिए क्या करते है - //comment//


•    किसी भी कार्य को कण्ट्रोल करने के लिए माइक्रोकंट्रोलर और माइक्रो प्रोसेसर का प्रयोग किया जाता है – सत्य
•    अलेक्सा क्या है- एक Voice कंट्रोलर
•    BMP-280, DHT-11, Photoresistor क्या है – सेंसर
•    IOT में Actuator कौन से है – स्टॉपर मोटर,फैन, LED, etc.
•    IOT में Actuator का क्या कार्य है – इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को भौतिक सिग्नल में बदलने के लिए
•    IOT में Actuator को ऑपरेट होने के लिए किस सिग्नल की आवश्यकता होती है- एनालॉग सिग्नल
•    COAP कौन सी लेयर है – सर्विस लेयर
•    Ardunio कितने प्रकार के है – 8 (आठ)
•    I2C क्या है – Inter Integrated Communication (यह एक प्रोटोकॉल है)
•    IOT बेस्ड पहली डिवाइस कौन सी है – ATM
•    SCTP किस लेयर पर कार्य करता है – Transport Layer
•    Port Address, पता होस्ट पर एक प्रक्रिया की पहचान करता है – सत्य
•    ट्रांसपोर्ट लेयर का कार्य क्या है – मल्टीप्लेक्सिंग और डी मल्टीप्लेक्सिंग
•    ट्रांसपोर्ट लेयर किस रूप में डाटा प्राप्त करती है – बाइट स्ट्रीम के रूप में.
•    UDP कनेक्शन लेस प्रोटोकॉल है – सत्य
•    UDP का पूरा नाम क्या है – User Datagram Protocol
•    UDP क्या है – एक प्रोटोकॉल
•    TCP क्या है ?- यह कनेक्शन ओरिएंटेड प्रोटोकॉल है जिसका पूरा नाम ट्रांसमिशन कण्ट्रोल प्रोटोकॉल है.
•    IOT के लिए सबसे बेस्ट IP वर्जन है – IPV6
•    स्मार्ट grid आर्किटेक्चर में क्लाउड की क्या भूमिका है – डाटा को मैनेज करना.
•    Z-wave  क्या है – एक वायरलेस कम्युनिकेशन प्रोटोकॉल जिसका प्रयोग स्मार्ट होम नेटवर्किंग स्मार्ट डिवाइस को कनेक्ट करने में किया जाता है.
•    Zig-Bee क्या है – एक low power, low डाटा रेट वाला वायरलेस नेटवर्क.
•    Zig-Bee किस पर आधारित है – इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर्स (IEEE) 802.15.4 मानक पर आधारित
•    BLE क्या है – Blutooth Low Energy नेटवर्क जो पर्सनल एरिया नेटवर्क के अन्तेर्गत आता है.


•    Respberry क्या है – एक प्रकार का कंप्यूटर
•    Respberry कंप्यूटर  में किस टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया जाता है- ऑन बोर्ड wifi व ब्लूटूथ जैसी तकनीक का
•    IOT उपकरण में कौन –कौन से सेंसर प्रयोग किये जाते है- स्मोक सेंसर(धुआं सेंसर), प्रेसर या दाब सेंसर, टेम्परेचर या तापमान सेंसर, Motion डिटेक्शन सेंसर, प्रोक्सिमिटी सेंसर,BMP-280,DHT-11 आदि.
•    IOT में PWM क्या है – Pulse Width Modulation.
•    PWM का क्या कार्य है – DC मोटर की स्पीड व डिमिंग लाइट को कण्ट्रोल करना
•    बोट नेट किस प्रकार के अटैक को लांच करता है – DDos
•    Arduino Programming में मोडुलो को कण्ट्रोल करने के लिए किस सिंबल का प्रयोग करते है - % (परसेंट का)
•    Arduino UNO प्रोटोटाइप बोर्ड में किस माइक्रो कंट्रोलर का प्रयोग किया जाता है – ATmega328P
•    ATmega328P में p का क्या मतलब है – pico-power
•    Arduino Programming  का डिफ़ॉल्ट मेथड क्या है - setup() और loop()
•    सबसे highest डाटा रेट कम्युनिकेशन किसमें होता है – ऑप्टिकल फाइबर केबल में.
•    Arduino  का डिफ़ॉल्ट बूट लोडर क्या है – Optiboot
•    Arduino IDE प्रोग्राम किस सॉफ्टवेर पर लिखे व अपलोड किये जाते है- स्केच (skech) पर
•    Arduino  में बूट लोडर को re-program करने के लिए किसका प्रयोग करते है – ICSP (In Circuit Serial Programming).
•    ICSP (In Circuit Serial Programming), यह फर्मवेयर प्रोग्राम करने के लिए एक प्रोग्रामिंग विधि है- सत्य
•    Arduino डिजाईन क्या है – एक प्रकार का ओपन सोर्स सॉफ्टवेर, जो एनालॉग और डिजिटल दोनों डाटा को पढ़ सकता है.
•    Arduino डिजाईन सॉफ्टवेर के पास कोई ऑपरेटिंग सिस्टम नही होता है क्योंकि फर्मवेयर सॉफ्टवेर इसमें पहले से प्रोग्राम किया होता है – सत्य
•    LED लाइट को कण्ट्रोल करने के लिए किस मोडूल का प्रयोग किया जाता है – Blootooth Module HC-05 का (जो स्मार्ट फ़ोन पर blootooth सिग्नल सेंड करता है)
•    IOT  प्लेटफॉर्म किससे जुड़ा है- सेंसर और डिवाइस से
•    IOT  प्लेटफॉर्म हार्डवेयर और सॉफ्टवेर को प्रोटोकॉल के द्वारा कण्ट्रोल करता है- सत्य
•    IOT में आउटपुट के लिए किसका प्रयोग किया जाता है – Actuator का

•    IETF का पूरा नाम क्या है – Internet Engineering Task Force
•    AMQP क्या है – Advanced Message Queuing Protocol
•    CoAP का पूरा नाम क्या है –Constrained Application Protocol
•    LoRaWAN का पूरा नाम:- Long Range Wide Area Network (यह लाखो कम शक्ति वाले उपकरणों के साथ स्मार्ट शहरों के लिए Wan प्रोटोकॉल है.
•    GS1 क्या है – Global Standards One
•    O-DF क्या है – Open Data Format

•    NFC क्या है – Near Field Communication
एनएफसी में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए संचार प्रोटोकॉल होते हैं, आमतौर पर एक मोबाइल डिवाइस और एक मानक डिवाइस का प्रयोग करता है।
•    RFID क्या है – रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन
RFID तकनीक वस्तुओं से जुड़े टैग को पहचानने और ट्रैक करने के लिए तथा 2-वे रेडियो ट्रांसमीटर-रिसीवर का उपयोग करती है।
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•    Low-Energy Wireless (LEW) - यह तकनीक एक IoT सिस्टम के सबसे अधिक शक्ति वाले पहलू की जगह लेती है। हालांकि सेंसर और अन्य तत्व लंबे समय तक बंद हो सकते हैं।
•    रेडियो प्रोटोकॉल - ZigBee, Z-Wave, and Thread are radio protocols for creating low-rate private area networks.
•    Types of Sensor:- accelerometers, temperature sensors, magnetometers, proximity sensors, gyroscopes, image sensors, acoustic sensors, light sensors, pressure sensors, gas RFID sensors, humidity sensors , micro flow sensors
•    6LoWPAN - यह लो-पावर वायरलेस पर्सनल एरिया नेटवर्क पर IPv6 के लिए है। यह सीमित संसाधनों वाले उपकरणों द्वारा आवश्यक कम डेटा दर वायरलेस का समर्थन करने के लिए संपीड़न तकनीक प्रदान करता है।
•    RPL-  यह  कम-शक्ति और हानिपूर्ण नेटवर्क) के लिए यह डिस्टेंस वेक्टर आईपीवी 6 प्रोटोकॉल है जो विभिन्न क्षमता वाले उपकरणों के जटिल नेटवर्क में सर्वोत्तम संभव पथ खोजने की अनुमति देता है।
•    LLNs क्या है -  Low-Power And Lossy Networks
•    IoT सिस्टम के बिल्डिंग ब्लाक  में क्या आवश्यक है - चार चीजें ( सेंसर, प्रोसेसर, गेटवे, एप्लिकेशन)

सेंसर:- ये IoT उपकरणों का फ्रंट एंड बनाते हैं। उनका मुख्य उद्देश्य वे रीयल-टाइम डेटा एकत्र करना या इसके आसपास (एक्ट्यूएटर्स) को डेटा देना है।
प्रोसेसर:- यह  IoT सिस्टम का दिमाग हैं, यह डेटा को इंटेलिजेंस देता है। उनका मुख्य कार्य सेंसर द्वारा कैप्चर किए गए डेटा को संसाधित करना ताकि भारी मात्रा में एकत्र किए गए कच्चे डेटा से मूल्यवान डेटा निकाला जा सके। प्रोसेसर ज्यादातर रीयल-टाइम आधार पर काम करते हैं और इन्हें एप्लिकेशन द्वारा आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। ये डेटा को सुरक्षित(एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन) करने के लिए भी जिम्मेदार हैं.
गेटवे:- गेटवे डेटा के संचार में मदद करता है। यह संसाधित डेटा को रूट करने उचित उपयोग के लिए उचित स्थानों पर भेजने के लिए जिम्मेदार हैं। यह डेटा को नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान करता है। LAN, WAN, PAN, आदि नेटवर्क गेटवे के उदाहरण हैं।
एप्लिकेशन:- यह IoT सिस्टम का दूसरा एंड बनाते हैं। एकत्र किए गए सभी डेटा के समुचित उपयोग के लिए application आवश्यक हैं। एप्लिकेशन उपयोगकर्ताओं द्वारा नियंत्रित होते, जिसके उदाहरन: होम ऑटोमेशन ऐप, सुरक्षा प्रणाली, औद्योगिक नियंत्रण केंद्र आदि हैं।

Author Satyam Trivedi 
 
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