Blockchain क्या है. detailed information in Hindi
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What is blockchain in Hindi
नाम से ही पता चलता है, की यह blocks का chain (श्रृंखला) है। जिसमे हर एक block में information होती है.
यह technology को 1999 में कुछ रीसर्चस द्वारा digital documents के समय को ट्रैक करने के लिए किया गया था.क्योंकि कोई उस पर छेडछाड न कर सके।
अगर आपने bitcoin के बारे में सुना है, तो आपने blockchain के बारे में जरूर सुना होगा। क्योकि bitcoin और बहुत सारी cryptocurrency इस ही technology पर काम करती है.
सन 2008 में satoshi nakamoto के द्वारा bitcoin पर काम करना शरू हुआ. उन्होंने bitcoin को blockchain technology की मदद से बनाया। blockchain क्या है, इसे और समझने के लिए आप को यह कैसे काम करता है, यह समझना होगा।
Blockchain काम कैसे करता है.
यह technology decentralized system से काम करती है. मतलब इसमें किसी भी information को किसी एक जगह स्टोर नहीं किया जाता। और इस पर किसी का भी control नहीं होता।
हम अगर बैंक की बात करे, तो banks centralized system है. यहाँ आपकी सारी information banks के server में स्टोर होती है.
आपने कितना transaction किया, कितने पैसे आपके बैंक account में है, यह सब details बैंक्स को पता होती है.
लेकिन blockchain के साथ ऐसा नहीं है. मान लो आप ने किसी cryptocurrency का transaction किया, तो यह कोई पता नहीं लगा सकता किसने किसको पैसे भेजे है.
Banks की अगर बात करे तो, सारी system को बैंक control करती है, जबकि decentralized system में ऐसा नहीं होता, तो फिर सवाल उठ कर के आता है, security और trust का.
कैसे blockchain secure है?
Security के लिए blockchain asymmetric cryptography का उपयोग करती है.
हम इस पर trust कैसे कर सकते है?
यह एक अच्छा सवाल है. मानलो आपने किसी को 1 bitcoin transfer किया, लेकिन कोई कैसे पता लगाए की आपने सच में किसी को bitcoin दिया है. इसके लिए यह information कही तो स्टोर होनी चाहिए।
इसके solution के लिए blockchain में ledger का use किया जाता है.
Ledger in blockchain क्या है?
जैसेकि आप को पता है blockchain, decentralized system पर काम करता है. जिसमे कोई central database नहीं होता। जहा पर सारी information स्टोर हो.
Ledger को समझने से पहले node क्या होता है, इसे समझते है.
Blockchain के network में जितने भी computer जुडे होते है, उसे node कहा जाता है.
हर एक node के पास ledger की copy होती है.
Ledger कुछ और नहीं बल्कि एक log file होती है.
कोई भी इस blockchain network में ledger को change नहीं कर सकता। अगर कोई करता भी है, तो पता चल जायेगा की इस ledger के साथ कुछ tampering हुई है।
यह कैसे पता चलता है, की किसी ब्लोक के साथ छेडछाड हुई है ?
Information को blocks में स्टोर किया जाता है.
सारे blocks की information को Hashing से encrypt किया जाता है.
Blocks एक दूसरे से connected होते है.
हर block में information का record, खुद की key और previous block की key स्टोर होती है.
अगर किसी एक block में डाटा बदल दिया गया है, तो दूसरा block अपने आप काम नहीं करेगा, क्योकि पहले ब्लॉक की key उसके data पर निर्भर करती है.
जैसे ही डाटा बदलता है, तो key भी बदल जायेगी। और यह key दूसरे ब्लोक के साथ जुडी होती है.
Cryptocurrency में proof of work का उपयोग होता है. जिसमे हर एक transaction को mathematical operation से blockchain में add किया जाता है.जिसे mining भी कहा जाता है.
Proof of work में कुछ समय लगता है. जिस वजह से अगर कोई block की information चेंज करनी है, तो सारे blocks की information को change करनी पडेगी। जिसके लिए बहुत computational power और समय लगता है।
मानलो किसी ने सारे blocks चेंज भी कर दिए, फिर भी वह कुछ नहीं कर पाएगा, क्योकि blockchain, distributed peer-to-peer network पर काम करता है.
मतलब distributed network में हर एक के पास blockchain की copy होती है. जिसे ledger कहते है.
तो हर एक के ledger को बदलना पडेगा, तभी वह change किया हुआ block काम करेगा।
जैसे ही नया block create होता है, वह हर एक के ledger में add हो जाता है. अगर वह गलत है, तो उसे हर एक node के द्वारा reject कर दिया जाता है.
क्यों blockchain इतना ज्यादा important है?
क्योकि यह कई industries में बड़ा बदलाव ला सकता है. इसके कई फायदे है.
जैसे government में इसका use हो सकता है.
जिससे government records को कोई बदल ना पाए. इससे corruption कम हो सकता है.
बहुत सारी बैंक्स इसका उपयोग करने लगी है.
ऐसे कई उदहारण है जहा, blockchain का उपयोग हो सकता है, जैसे की voting में, messaging में, internet of things में, stock trading में, आदि और कई उपयोग हो है.
कुछ नुकसान blockchain technology के.
- बहुत energy waste होती है. क्योंकि mining के लिए बहुत ज़्यादा computational power चाहिए।
- समय ज्यादा लगता है, हर एक block को add करने के लिए. आप को बतादे की visa में 1000 transaction/second की दर से होते है. जबकि bitcoin में यह दर सिर्फ 7 से 10 transaction /second ही है.
- Complexity बहुत ज्यादा है.
- अगर network में 51% से ज्यादा malicious nodes है. तो blockchain hack हो सकता है. इसे 51% attack भी कहा जाता है.
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