साइबर सुरक्षा की परिभाषा (Cyber Security definition in hindi)
परिभाषा – यह एक तरह की सुरक्षा है जो की इंटरनेट से जुड़े हुए सिस्टमों के लिए होती है। इसमे हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर और डाटा को साइबर अपराध से बचाने का भी काम किया जाता है।
साइबर सुरक्षा और सुरक्षा फोर्स दोनों ही डाटा की सुरक्षा के लिए रखे जाते हैं जिससे की किसी भी तरह से डाटा की चोरी न हो और सभी डॉकयुमेंट और फाइल सुरक्षित रहें। बड़े बड़े कम्प्युटर विशेषज्ञ और आईटी के प्रशिक्षित लोग इस तरह के काम करने में समर्थ होते हैं।
साइबर सुरक्षा के तत्व (elements of cyber security in hindi)
इसमे काफी तरह के प्रयास किए जाते हैं जिससे की डाटा को सुरक्षित रखा जा सके।
- अप्लीकेशन सुरक्षा (Application Security)
- जानकारी सुरक्षा (Information Security)
- नेटवर्क सुरक्षा
- आपातकालीन सुरक्षा
- ऑपरेशनल सुरक्षा
- एंड यूजर शिक्षा
- डाटा सुरक्षा
- मोबाइल सुरक्षा
- क्लाउड सुरक्षा
साइबर सुरक्षा में कई बार खतरा इसलिए है क्योंकि नेटवर्क कनैक्शन और इंटरनेट काफी तेज़ी से दुनिया को बदलता जा रहा है इस वजह से सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण हो गयी है।
इस तरह की गतिविधिओं से निपटने के लिए प्रशासन काफी तरीके अपना रहा है। साइबर सुरक्षा के लिए काफी देशों द्वारा पुख्ता पूंजी का इस्तेमाल किया जा रहा है जिससे की उन देशों का निजी डाटा लीक नहीं हो और सारी जानकारी सुरक्षित रहे।
2017 में गार्ट्नर कंपनी ने अनुमान लगाया था की पूरे विश्व में इन्फॉर्मेशन सुरक्षा का व्यय 83.4 बिल्यन तक बढ़ गया है और यह 2016 से करीबन 7% बढ़ गया है। आने वाले समय में 2018 आखिर तक इसके उत्पाद और सर्विस में व्यय 93 बिल्यन तक हो जाएगा।
साइबर सुरक्षा हमलों के प्रकार (types of cyber attack in hindi)
बदलती तकनीकी की वजह से हमारी सुरक्षा और थ्रेट इंटेलिजेंस हमारे लिए काफी चुनौती भरा काम हो गया है। हालांकि साइबर धमकियों से बचने के लिए हमें हमारी जानकारी को सुरक्षित रखना काफी जरूरी है।
- रेनसमवेएर (ransomware)– यह एक तरह का वाइरस होता है जो की अपराधी द्वारा लोगों के कम्प्युटर और सिस्टमों में हमला करने के लिए काम में आता है। यह कम्प्युटर में पड़ी फाइलो को काफी नुकसान पहूँचाता है। फिर उसके बाद अपराधी ने जिस किसी का भी कम्प्युटर या सिस्टम इस तरीके से खराब किया होता है उससे रिश्वत लेता है और उसी के बाद उसके सिस्टम को छोड़ता है।
- मालवेएर (malware)– यह कम्प्युटर की किसी फाइल या फिर प्रोग्राम को नुकसान पहूँचाती है जैसे की कम्प्युटर वाइरस, वोर्म, ट्रोजन आदि।
- सोश्ल इंजीनियरिंग (social engineering) – यह एक तरीके का हमला है जो की मनुष्य के वार्तालाप पर निर्भर करता है। जिससे की बड़ी चालाकी से लोगों को जाल में फसाया जा सके और उनसे उनके निजी डाटा, पासवर्ड आदि को निकलवाया जा सके। इस वजह से भी लोगों को काफी खतरा है इसलिए जिस किसी से भी बात करें काफी सोच समझ कर ही करें।
- फिशिंग (fishing)– यह एक तरह का फ़्रौड है जिसमे फ़्रौड वाले ईमेल लोगों को किए जाते हैं जिससे की उन्हे यह लगे के ये मेल किसी अच्छी संस्था से आया है। इस तरह के मेल का मकसद जरूरी डाटा को चुराना होता है जैसे की क्रेडिट कार्ड की जानकारी या फिर लॉग इन जानकारी।
साइबर सुरक्षा के फायदे (advantages of cyber security in hindi)
साइबर सुरक्षा इसलिए जरूरी है क्योंकि सरकार, मिल्टरी, कॉर्पोरेट, फाइनेंशियल और मेडिकल संस्था काफी तरह के डाटा को इक्कठा करता है और उस डाटा को अपने सिस्टम, कम्प्युटर और अन्य उपकरणों में रखता है। इस डाटा का कुछ भाग काफी महत्वपूर्ण भी हो सकता है जिसके चोरी होने से किसी की निजी ज़िंदगी पर काफी गहरा प्रभाव पड़ सकता है और इससे उस संस्था की सारी मिट्टी पलित हो सकती है।
साइबर सुरक्षा की मदद से इस ढेरो डाटा को सुरक्षित रखा जाता है जिससे की यह डाटा किसी और के हाथ नहीं लग सके। जैसे जैसे डाटा बढ़ता जाता है वैसे वैसे हमें अच्छे और प्रभावशाली साइबर सुरक्षा के उत्पादों और सर्विसों की जरूरत पड़ती है।
साइबर सुरक्षा की मदद से हम साइबर हमले, डाटा की चोरी और चोरों की धमकी से बच सकते हैं। जब भी किसी संस्था में किसी अच्छे तरह के नेटवर्क की सुरक्षा होती है और किसी भी तरह की मुश्किल से बचने के तरीके होते हैं यह सब काम साइबर सुरक्षा के उत्पादों और सर्विसों की मदद से ही मुमकिन हो पाता है। उदाहरण के लिए काफी तरह के एंटिवाइरस आदि हमें वाइरस के हमलों से बचाते हैं।
साइबर सुरक्षा में नौकरियाँ (career in cyber security in hindi)
जिस तरह से साइबर खतरों की गति बढ़ती जा रही है उसी तरह लोगों की इन हमलों से बचने के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की आवश्यकता बढ़ती जा रही है।
यह बताया जा रहा है की कम से कम 1 मिल्यन नौकरियाँ साइबर सुरक्षा के लिए पूरे विश्व में खाली है। आईटी प्रोफेशनल और कम्प्युटर विशेषज्ञ इस तरह की साइबर सुरक्षा की नौकरियों के लिए समर्थ हैं।
- चीफ़ इन्फॉर्मेशन सेक्युर्टी ऑफिसर (CISO) – यह इंसान संस्था में सेक्युर्टी के लिए एक सॉफ्टवेयर बिछाता है और उस संस्था के डाटा का रखवाला होता है और यह आईटी सेक्युर्टी डिपार्टमेंट का प्रमुख कहलाता है।
- सेक्युर्टी इंजीनियर (security engineer)– यह कंपनी को क्वालिटी कंट्रोल की मदद से थ्रेटस से बचाता है।
- सेक्युर्टी आर्किटेक्ट (security architect)– यह इंसान प्लानिंग, अनलयजिंग, डिज़ाइनिंग, टेस्टिंग, मैंटेनिंग आदि का काम करता है और देख रेख करता है।
- सेक्युर्टी अनेलयस्ट (security analyst)– यह इंसान यह देखता है की किस तरह से सिस्टम की सुरक्षा की जाये और क्या क्या मापदंड अपनाए जाएँ जिससे की डाटा को सुरक्षित रखा जा सके।
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